मैं आरती तेरी गाऊ लिरिक्स | Mai Aarti Teri Gau Lyrics in Hindi and Romanized Hindi
“Mai Aarti Teri Gau” एक मधुर भजन है जो भगवान श्रीकृष्ण की लीला, उनके प्रेम, और भक्तों की भक्ति को सुंदर रूप में दर्शाता है। यह भजन राधा-कृष्ण की दिव्यता, बाँसुरी की तान और गोपियों के संग लीला का चित्र खींचता है। इसे पढ़कर भक्ति और श्रद्धा का अनुभव होता है।
Mai Aarti Teri Gau Lyrics in Hindi
मैं आरती तेरी गाऊ ओ केशव कुञ्ज बिहारी
मैं नित नित शीश नवाऊ ओ मोहन कृष्ण मुरारी
है तेरी छवि अनोखी ऐसी ना दूजी देखी
तुझ सा ना सुन्दर कोई ओ मोर मुकुटधारी
जो आए शरण तिहारी विपदा मिट जाए सारी
हम सब पर कृपा रखना, ओ जगत के पालनहारी
राधा संग प्रीत लगायी, और प्रीत की रीत चलायी
तुम राधा रानी के प्रेमी, जय राधे रास बिहारी
माखन की मटकी फोड़ी, गोपिन संग अंखिया जोड़ी
ओ नटखट रसिया तुझ पे जाऊं मैं तो बलिहारी
जब जब तू बंसी बजाए, सब अपनी सुध खो जाए
तू सब का सब तेरे प्रेमी, ओ कृष्णा प्रेम अवतारी
Mai Aarti Teri Gau Lyrics in Romanized Hindi
Main aarti teri gau, o Keshav Kunj Bihari
Main nit nit sheesh navaau, o Mohan Krishna Murari
Hai teri chhavi anokhi, aisi na dooji dekhi
Tujh sa na sundar koi, o mor mukutdhaari
Jo aaye sharan tihari, vipda mit jaaye saari
Hum sab par kripa rakhna, o jagat ke paalanhaari
Radha sang preet lagaayi, aur preet ki reet chalaayi
Tum Radha Rani ke premi, Jai Radhe Raas Bihari
Makhan ki matki phodi, Gopin sang ankhiya jodi
O natkhat rasiya tujh pe jaun main to balihari
Jab jab tu bansuri bajaye, sab apni sudh kho jaaye
Tu sab ka sab tere premi, o Krishna prem avtaari
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