Kala Kala Kahe Gujari Lyrics in Hindi & Romanized | काला काला कहे गुजरी लिरिक्स
“Kala Kala Kahe Gujari Lyrics” एक प्रसिद्ध हरियाणवी लोक गीत है जो काले रंग की सुंदरता और उससे जुड़ी मान्यताओं को सांस्कृतिक दृष्टिकोण से दर्शाता है। इस गीत में राधा की सुंदरता, मोरनी की पीड़ा और रंगों का महत्व बड़े भावपूर्ण तरीके से व्यक्त किया गया है।
Kala Kala Kahe Gujari Lyrics in Hindi – काला काला कहे गुजरी लिरिक्स
काला काला करे गुजरी
मत काले का जिक्र करै
काले रंग पे मोरनी रुदन करै
काला काला करे गुजरी
मोटे मोटे नैन राधा के
इसमें यो सुरमा अजब सजै
काले रंग पे मोरनी रुदन करै
काला काला करे गुजरी
लाम्बे लाम्बे केश राधा के
जिसमें या मांग सिंदूर भरै
काले रंग पे मोरनी रुदन करै
काला काला करे गुजरी
लाम्बे लाम्बे पंख मोर के
इसके सिर पर मुकुट सजै
काले रंग पे मोरनी रुदन करै
काला काला करे गुजरी
हरे हरे बासां की हरी मुरलिया
जिसका खोया जग फिरै
काले रंग पे मोरनी रुदन करै
काला काला करे गुजरी
काला सर्प पड़्या बूमबी महँ
जिसका खाया तुरंत मरै
काले रंग पे मोरनी रुदन करै
काला काला करे गुजरी
गायक: कुमार सुनील, फोक सिंगर
स्थान: हिसार, हरियाणा, भारत
Romanized Lyrics – Kala Kala Kahe Gujari Lyrics in English Script
Kala kala kare Gujari
Mat kaale ka zikr kare
Kaale rang pe morni rudan kare
Kala kala kare Gujari
Mote mote nain Radha ke
Ismein yo surma ajab saje
Kaale rang pe morni rudan kare
Kala kala kare Gujari
Lambe lambe kesh Radha ke
Jismein ya maang sindoor bhare
Kaale rang pe morni rudan kare
Kala kala kare Gujari
Lambe lambe pankh mor ke
Iske sir par mukut saje
Kaale rang pe morni rudan kare
Kala kala kare Gujari
Hare hare baasan ki hari murliya
Jiska khoya jag phire
Kaale rang pe morni rudan kare
Kala kala kare Gujari
Kaala sarp padya boombi mein
Jiska khaya turant mare
Kaale rang pe morni rudan kare
Kala kala kare Gujari
Singer: Kumar Sunil, Folk Singer
Location: Hisar, Haryana, India
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